शिवपुरी: भाई-बहन के प्यार का प्रतीक भाईदूज का त्यौहार रविवार को जिले भर में धूमधाम से मनाया गया. इस दौरान हर घर में बहनों ने अपने भाईयों के माथे पर तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र की कामना की. इस दौरान पौराणिक मान्यता के अनुसार बहनों ने पूजा अर्चना की.इस दौरान बहनों ने एक-दूसरे को कथा सुनाई कि यमराज ने अपनी बहन यमुनाजी के घर जाने के बाद उन्हें वरदान दिया था कि जो भाई इस दिन अपनी बहन के हाथ का तिलक और भोजन ग्रहण करेगा, उसे मृत्यु का भय नहीं रहेगा. हिन्दू मान्यताओं को मानने वाले हर घर में आज भाईदूज का त्यौहार मनाया गया.
इसके अलावा जेलों में भी आज भाई-दूज का त्यौहार मनाने का विशेष प्रबंध किया गया था. इसके चलते जेलों में आज सिर्फ बहनों को ही बंदियों से मिलने की अनुमति प्रदान की गई थी. इसके अलावा शिवपुरी सर्किल जेल में बंद कई बहनों से मिलने के लिए उनके भाई भी पहुंचे, जिन्हें उनसे मिलने दिया गया.

1012 बहनों ने की जेल में मुलाकात
शिवपुरी सर्किल जेल में भाईदूज के त्यौहार पर जेल में बंद 242 पुरूषों और 11 बंदी महिलाओं से 1012 बहन-भाईयों ने मुलाकात की. इस दौरान जेल पर सुबह से ही महिलाओं की लंबी-लंबी कतारें लगना शुरू हो गई थीं. इनका रजिस्ट्रेशन सुबह 9 बजे से शुरू किया गया और शाम 4 बजे तक मुलाकात का दौर लगातार चलता रहा. इस दौरान बहनों को जेल के अंदर सिर्फ मिठाई ले जाने की अनुमति प्रदान की गई. घर से खाना बनाकर लाई कई महिलाओं को खाना अंदर नहीं ले जाने दिया गया. तिलक के लिए रोली और चावल की व्यवस्था जेल प्रबंधन द्वारा की गई थी.